बुधवार, 14 जनवरी 2009

नमस्कार...

ये ब्लॉग हमारी कुलदेवी माँ वटयक्शनी  जो पराशर गोत्र के ब्राह्मणों की कुल देवी है उनके लिए बनाया गया है। माँताज़ी का मन्दिर राजस्थान के भीनमाल स्थित शहर के पास एक छोटे से गाँव आल्दी मैं स्थित है। भीनमाल से तक़रीबन १५ किलोमीटर दूर है आल्दी गावं। दो साल पहले ये एक छोटा सा मन्दिर था जिसमें एक साथ २ भक्त भी खड़े नही रह सकते थे, माँ के कुछ भक्त जो गुजरात से थे उन्होंने नया मन्दिर बनवाया व् माताजी की प्रतिमाजी जो की पुराणी थी उनके साथ एक नई प्रतिमाजी का भी स्थापन किया। 



4 टिप्‍पणियां:

  1. Jai Mata ki he maa apna ashirwad mujhpar banaye rakhna Mata ji

    Jai Mata di

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  2. जय माता दी।
    मैया मेरी और मेरे परिवार की गलती को क्षमा करने की कृपा कर अपना आशीर्वाद बनाय रखना मेरी माँ।
    जय माता दी।

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  3. Jai mata di hamare priwar ki galti ko maafi de do aur hum sub par kripa karo.🙏🙏🙏

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