मंगलवार, 18 जून 2013

इतिहास

भीनमाल नगर  प्राचीनकाल  में गुजरात राज्य की  राजधानी  था । राजस्थान के जालोर जिले का भीनमाल का मूल नाम श्रीमाला नगर था जो श्रीमाली ब्रह्मिन का उत्त्पति स्थान है। मा लक्ष्मीजी की इच्छा से विश्वकर्मा जी ने ये नगर बनवाया था,  नगर का आकार माला के आकार जैसा होने के कारन विश्वकर्मा जी ने ही स्वयम् इस नगर  का नाम श्रीमाला नगर रखा थालक्ष्मी जी को ब्राम्हिन अति प्रिय थे अतः उन्होंने इस नगर मैं ब्रम्हिनो को रहने को बुलाया बादमें भील लोगो ने इस नगर पर कब्जा जमाया तबसे ये नगर भिनमाल के नाम से मशहूर हुवा |  भील लोगो के त्रास से ही ब्रम्हिनो ने ये नगर छोड़ दिया बाद मैं ये सभी श्रीमाली ब्राह्मिनश्रीमाली वनिक (दशा अवं वीसा ) के रूप मैं जाने गएश्रीमाली ब्रह्मिन के १४ गोत्र है , सभी गोत्र की कुल देवी माँ अवं कुल देवता महादेव जी भीनमाल मैं बिराजमान हैयह जानकारी स्कंद्पुरान से पाए जाती है

यह  नगर संस्कृत कवि श्री मेघाजी  ओर गनितग्य ब्रम्हा गुप्ता जी का जन्म स्थल है  |